दुनियाभर में बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषण के शिकार हैं |
लुपलुपाती आँखों वाला एक निर्मम माँसखोर पक्षी और उससे थोड़ी ही दूर ज़मीन पर हड्डियों के ढांचे पर खींचखांच कर थोड़ी सी चमड़ी पहने इंसान का एक बच्चा. दोनों ही भूखे थे.
गिद्ध की पैनी नज़रें इस इंतज़ार में कि कब वो भूख और गरीबी से बेहाल ज़िंदा माँस का लोथड़ा, जो एक किलोमीटर दूर एक राहत शिविर तक कीड़े की तरह रेंग कर पहुंचने की नाकाम कोशिश कर रहा था, दम तोड़े और वो उसे नोच खाए.
भूख की कहानी कहती वो ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर 1993 में सूडान में पड़े भंयकर अकाल के दौरान ली गई थी। और इस तस्वीर को लेने वाले फोटोग्राफर कैविन कॉर्टर को इस मानवीय त्रासदी को दुनिया के नाश्ते की टेबल तक पहुंचाने के लिए पुलिट्ज़र अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. तब मैं स्कूल में पढ़ती थी. लेकिन तस्वीर को देख कर ऐसा लगा था जैसे किसी ने लाखों सुइयों की नोक पीसकर मेरी नसों में उंडेल दी हो.
साभार बी बी सी हिन्दी डॉट कॉम
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